Monday, 7 July 2014

ENGLISH एक PROFESSIONAL / FORMAL भाषा है , न की PERSONAL

FRIENDS मैंने पिछले पोस्ट में कहा था की हम आगे जानेंगे की हमे शुरुआत में कौन कौन से SENTENCES बोलने शुरू करने है और किन लोगो के साथ हमे शुरुआत करनी है। 

चलिए LET'S START :    

ज्यादातर लोग जब  इंग्लिश बोलने की सीखने की शुरुआत करते हैं या इंग्लिश बोलने के लिए कोई COACHING ACADEMY ज्वाइन करते हैं , तो उनके TEACHERS या SENIORS उन्हें एक COMMON ADVICE या TIP देते हैं  कि अगर अच्छी इंग्लिश बोलनी सीखनी है ,,,तो बिना SPEAKING PRACTICE के POSSIBLE नहीं है।  

वो बिलकुल सही कहते है पर फिर भी ज्यादातर लोग इंग्लिश बोलना क्यों नहीं सीख पाते ????  


                    क्योंकि वो ये नहीं बताते कि  SPEAKING PRACTICE किन लोगों के  साथ  करनी है 
                          और कौन-2 से SENTENCES से  PRACTICE start  करनी है 

           और आप फिर हर SITUATION में ENGLISH SPEAKING की कोशिश करते हो  और हर किसी  के साथ              जिस से आपको वो RESULTS नहीं मिलते जिनकी आप EXPECTATION (उम्मीद ) करते हो।  

ENGLISH एक प्रोफेशनल भाषा के तौर पर USE की जाती है ,,,इसलिए हमे इंग्लिश प्रोफेशनल जगहों में बोलनी चाहिए और नए लोगो के  साथ बोलनी चाहिए   क्यूंकि नए लोगो के साथ आपका कोई COMFORTABLE ZONE 
पहले से नहीं बना होता , इसलिए उन्हें जैसा ZONE आप PROVIDE करते हो , उनके साथ वैसा ही ZONE बन जाता है और दूसरी बात नए लोग आपके  साथ न तो पहले से किसी एक लैंग्वेज में COMFORTABLE होते है और न ही आपके साथ INFORMAL और इसलिए वो न तो आपको MISTAKES करने पर टोकते है और न ही आपको DEMOTIVATE करते हैं।  

SOME SITUATIONS :   
Talking with a Waiter or a Manager at a Restaurant
Talking with a Teacher or a Principal 
Talking with a Receptionist 
Talking with a Marketing Person 
TALKING  WITH YOUR  GROWING  CHILDREN  -- BEST SITUATION 

ALL  THE  BEST  FRIENDS ..........





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