FRIENDS मैंने आपको अपने PREVIOUS (पिछले ) POST में बताया था कि ENGLISH SPEAKING STEP BY STEP PROCESS है जिसमे आपको STARTING में हिंदी SENTENCES में ENGLISH WORDS USE करने चाहिए और हल्के - २ START करते हुए SENTENCES बनाने चाहिए।
BUT QUESTION ये उठता है की कई लोग ENGLISH WORDS और SENTENCES USE करने में डरते है
आज हम इस पोस्ट से जानेंगे की ऐसा क्यों होता है , वो कौन कौन से डर है और इन FEARS ( डरो ) को कैसे REMOVE (हटाया) जा सकता है।
BASICALLY ये डर हमारी मानसिकता (MINDSET ) से CREATE (उपजते ) है।
1. गलत बोलने का डर या बोलते हुए गलती हो जाने का डर
2. सामने वाले को समझ न आये इसका डर
3. खुद की बेज्जती हो जाने का डर
ये डर हर इंसान के अंदर होते है जो पहली बार इंग्लिश बोलने की कोशिश करता है , पर आपने देखा होगा की कुछ लोग इन डरो को जीत लेते है और हलके हलके अच्छी इंग्लिश बोलने लगते है।
इन सभी FEARS का REASON (कारण ) एक ही है और वो है हमारे MIND की CONDITIONING मतलब हमारे दिमाग की कुछ पहले से बनी धारणाएँ
जैसे 1. जो इंग्लिश बोलते है वो कभी बोलते हुए MISTAKES नहीं करते।
2. जो इंग्लिश स्पीकिंग लोग होते है उनकी SCHOOLING इंग्लिश माध्यम से हुई होती है।
3. किसी भी SENTENCE को इंग्लिश में बोलने का एक ही SENTENCE बना होता है और एक
WORD को भी एक ही तरीके से बोल सकते है। अगर उसकी जगह कोई और SENTENCE या
WORD बोला तो वो गलत हो जायेगा।
दोस्तों ये सभी FEARS हमारे नहीं बल्कि दूसरे लोगो से लिए हुए है , और ये हमारे MIND में बस गए है बचपन से , कभी किसी
BUT QUESTION ये उठता है की कई लोग ENGLISH WORDS और SENTENCES USE करने में डरते है
आज हम इस पोस्ट से जानेंगे की ऐसा क्यों होता है , वो कौन कौन से डर है और इन FEARS ( डरो ) को कैसे REMOVE (हटाया) जा सकता है।
BASICALLY ये डर हमारी मानसिकता (MINDSET ) से CREATE (उपजते ) है।
COMMON FEARS WHILE SPEAKING ENGLISH ( डर जो हमें इंग्लिश बोलते हुए लगते है )
1. गलत बोलने का डर या बोलते हुए गलती हो जाने का डर
2. सामने वाले को समझ न आये इसका डर
3. खुद की बेज्जती हो जाने का डर
ये डर हर इंसान के अंदर होते है जो पहली बार इंग्लिश बोलने की कोशिश करता है , पर आपने देखा होगा की कुछ लोग इन डरो को जीत लेते है और हलके हलके अच्छी इंग्लिश बोलने लगते है।
इन सभी FEARS का REASON (कारण ) एक ही है और वो है हमारे MIND की CONDITIONING मतलब हमारे दिमाग की कुछ पहले से बनी धारणाएँ
जैसे 1. जो इंग्लिश बोलते है वो कभी बोलते हुए MISTAKES नहीं करते।
2. जो इंग्लिश स्पीकिंग लोग होते है उनकी SCHOOLING इंग्लिश माध्यम से हुई होती है।
3. किसी भी SENTENCE को इंग्लिश में बोलने का एक ही SENTENCE बना होता है और एक
WORD को भी एक ही तरीके से बोल सकते है। अगर उसकी जगह कोई और SENTENCE या
WORD बोला तो वो गलत हो जायेगा।
दोस्तों ये सभी FEARS हमारे नहीं बल्कि दूसरे लोगो से लिए हुए है , और ये हमारे MIND में बस गए है बचपन से , कभी किसी
- TEACHER ने कहा की ENGLISH बोलना बहुत कठिन है, बहुत प्रैक्टिस की जरुरत होती है ।
- कभी हमारे PARENTS या SENIORS ने कहा की हमने इंग्लिश सिखने की बहुत कोशिश की , पर इतनी DIFFICULT थी की हम सीख ही नहीं पाये।
- कभी किसी दोस्त ने कहा की अगर बोलनी ही है इंग्लिश तो सिर्फ सही इंग्लिश बोलो वरना बेज्जती हो जाएगी
- कभी किसी ने कहा तुम्हारी ENGLISH तो बहुत ख़राब है , तुम शायद ही कभी अच्छी ENGLISH बोल पाओगे।
जिसने भी ENGLISH के बारे में राय दी हमेशा डर भरी या अविश्वाश भरी ही दी ,,,क्यूंकि वो सभी लोग भी इंग्लिश बोलने में असफल हुए लोग थे और इस तरह हलके हलके हमारा MIND अलग अलग तरह के डरो से भरता गया और हमारा CONFIDENCE ( आत्मविश्वाश ) काम होता गया।
अगर हमे बचपन से ही ENGLISH बोलना बहुत आसान है कहा जाता और हमेशा प्रोत्साहित (MOTIVATE ) किया जाता तो आज हमारे ये डर हमारे अंदर कभी होते ही नहीं और हम इंग्लिश आसानी से बोलते।
दोस्तों अब हम SOLUTION की बात करते है।
- हमे राय हमेशा सफल लोगो से लेनी चाहिए।
- हमे अपनी राह औरो के बुरे अनुभवों के आधार पर नहीं बल्कि अपने आत्मविश्वाश पर बनानी चाहिए।
- हमे शुरुआत सकारात्मक सोच (POSITIVE THINKING) से करनी चाहिए न की डर से।
- हमे अपने को हमेशा मौका देना चाहिए और अपनी प्रतिभाओ (ABILITIES ) को परखना (test) करना चाहिए।
तो दोस्तों आज से ठान लो की जो बोलता है वो असफल है और असफल और नकारात्मक व्यक्ति की नहीं सुननी और आज से ही ENGLISH हलके हलके खुद को MOTIVATE करते हुए बोलने लगनी है।
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